- इंटरनेट के माध्यम से स्मार्ट क्लास का होता है संचालन
बागली (देवास)। तहसील के ग्राम छतरपुरा में एक एकड़ से अधिक हिस्से में फैला सरकारी मिडिल स्कूल किसी प्राइवेट स्कूल से बेहतर नजर आता है। यहां के विद्यार्थियों के बैठने के लिए बैंच हैं और इनमें फोम के गद्दे बिछा रखे हैं। इंटरनेट की सुविधा से युक्त स्कूल में स्मार्ट क्लास का संचालन होता है। इस स्कूल को चैंपियन शाला का दर्जा मिला है और इसे वॉल ऑफ फेम में भी शामिल किया गया है।
बड़ी क्लास के विद्यार्थी लाल कारपेट बिछे हुए कक्ष में फर्नीचर पर बैठकर अध्ययन करते हैं। पीने के लिए आरओ वाटर, घोष बैंड, जिम, हर क्लास में ट्यूब लाइट, पंखे सहित अन्य सुविधा उपलब्ध है। पढ़ाई भी स्मार्ट टीवी के माध्यम से कराई जा रही है। प्रत्येक क्लास के विद्यार्थी किताब में छपे क्यूयूआर कोड के माध्यम से प्रत्येक पाठ के शैक्षणिक वीडियो टीवी स्क्रीन पर देखते हैं।
यह तरीका विद्यार्थियों को बहुत रोचक लगता है। वे आसानी से पाठ की अवधारणाओं को समझ रहे हैं। इस व्यवस्था से वर्तमान शैक्षणिक सत्र में विद्यार्थियों की दर्ज संख्या में करीब 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। अब विद्यार्थी एक दिन भी अनुपस्थित नहीं रहते। विद्यालय का रिजल्ट 90 प्रतिशत से अधिक होने पर यहां के शिक्षकों को सम्मानित भी किया गया। स्कूल प्रांगण में दो बीघा का सुंदर गार्डन विकसित किया गया है, जिसमें बैठने के लिए गार्डन चेयर उपलब्ध है।
इनका कहना है
छतरपुरा का सरकारी मिडिल स्कूल जिले के लिए प्रेरणादायी है। जनसहयोग से यहां के शिक्षकों ने बहुत ही सराहनीय कार्य किया है। इस विद्यालय के लिए कम्प्यूटर और प्रोजेक्टर की स्वीकृति के किए कलेक्टर से मांग करेंगे। अन्य सरकारी विद्यालय के शिक्षकों को इस विद्यालय का भ्रमण कर यहां के अभिनव प्रयोग को अपने विद्यालय में भी अनुसरण करना चाहिए।
- राजीव सूर्यवंशी, डीपीसी, देवास
छतरपुरा का सरकारी स्कूल वॉल ऑफ फेम में शामिल